125. हबनती सुनले येशु प्यारे - २
मोरे सिंर् रहो महाराज
अब तुम राखो मोरी लाज - २
126. हबनती करू तुमसे के र जोरी
अब तुम हबनती सुनलो मोरी - २
मोहे आसा लर् रही तोरी - २
मोहे दरस हदखा दो आज,
हबनती सुनो मोरी महाराज
प्रभु तुम राखो मोरी लाज...
181. अद्भुत है िू स का प्रेम
अद्भुत है िू स का प्रेम
हजस पर मेरे प्रभु ने
दे दी जान मेरे बदले में
182. या तुझ को दूिं तेरे प्रेम के बदले
देता हँ मैं अपना जीिन
या तुझ को दूिं तेरे प्रेम के बदले
देता हँ मैं अपना जीिन
तेरी सेिा में तेरी भकती में
तेरी सेिा में तेरी भकती में
184. या तुझ को दूिं तेरे प्रेम के बदले
देता हँ मैं अपना जीिन
या तुझ को दूिं तेरे प्रेम के बदले
देता हँ मैं अपना जीिन
तेरी सेिा में तेरी भकती में
तेरी सेिा में तेरी भकती में
186. या तुझ को दूिं तेरे प्रेम के बदले
देता हँ मैं अपना जीिन
या तुझ को दूिं तेरे प्रेम के बदले
देता हँ मैं अपना जीिन
तेरी सेिा में तेरी भकती में
तेरी सेिा में तेरी भकती में
188. या तुझ को दूिं तेरे प्रेम के बदले
देता हँ मैं अपना जीिन
या तुझ को दूिं तेरे प्रेम के बदले
देता हँ मैं अपना जीिन
तेरी सेिा में तेरी भकती में
तेरी सेिा में तेरी भकती में
189. तू योग्य है, तू योग्य है
मेरी सेिा के , मेरी भती के