आदरणीय, श्री युत संपादक जी, अहा ! जिंदगी, भास्कर परिवार, 10 जे. एल. एन मार्ग, मालवीय नगर, जयपुर (राज.) मान्यवर जी, इस बार बड़े दिनों बाद बाद आपको पत्र लिख रहा हूँ। सर्वप्रथम तो आपको नये आयुर्वेद महाविशेषांक की उत्कृष्ट साज-सज्जा और ज्ञानवर्धक लेखों के चयन के लिए हार्दिक शुभकामानाएं देता हूँ। सदैव की भांति यह अंक कामयाबी की नई मिसाल बनने वाला है। इस अंक में आपने मेरे तीन लेख प्रकाशित किए हैं। इसके लिए मैं आपका शुक्रगुजार हूँ। आपने हमेशा मेरे लेखों को ससम्मान प्रकाशित किया है। मैं सचमुच आभारी हूँ। इस बार भी आप देखिएगा “डॉ. जोहाना बुडविग का कैंसररोधी आहार–विहार” और “ऐसीयक चाय” जैसे लेख सफलता की नई ऊँचाइयां छूने वाले हैं। इनकी गूँज जर्मनी के बुडविग सेंटर तक जाने वाली है। ऐसीयक चाय पर मेरा अंग्रेजी लेख भी बहुत हिट रहा है। ऐसीयक चाय की उपलब्धता पर आपसे प्रश्न पूछे जाएंगे। यह चाय http://www.amazon.com/ से ऑनलाइन खरीदी जा सकती है। 21 श्रीनगर के एक विख्यात हर्बलिस्ट डॉ. अहंगर भी इस चाय को शीघ्र ही लांच करने वाले हैं। मेरी उनसे बहुत पहले बात हो चुकी है लेकिन श्रीनगर में अतिवृष्टि होने के कारण विलम्ब हो गया है। एक मसले पर मैं आपका ध्यान चाहता हूँ। पृष्ठ सं. 105 पर विटामिन बी-17 पर एक लेख वैद्य श्री प्रदीप शर्मा के नाम से प्रकाशित हुआ है। उन्होंने इस लेख को हूबहू और सअक