1. Mental Health Awareness In Hindi
on World Mental Health Day
Author & copyright by:-
Sandeep Arya
M.Sc. Nursing,
Resident, Govt Nursing College,
U.P.R.I.M.S.&R., Saifai,
Etawah, U.P.
Email – aryasandeep2007@gmail.com
3. fo'o स्तर पर मानसिक स्वास््य के बारे में
लोगों को जागरूक और सिक्षित बनाने के
उद्देश्य िे प्रत्येक 10 अक्टूबर को fo'o
मानसिक स्वास््य ददवि मनाया जाता है।
इिकी िुरूआत fo'o मानसिक स्वास््य
पररिंघ ने की थी तथा पहली बार इिे 1992
में मनाया गयाथा।
4. मानसिक स्वास््य क्या है ?
यह "िलामती की एक स्स्थतत है स्जिमें
ककिी व्यस्क्त को अपनी िमताओं का
एहिाि रहता है, वह जीवन के िामान्य
तनावों का िामना कर िकता है,
लाभकारी और उपयोगी रूप िे काम कर
िकता है और अपने िमाज के प्रतत
योगदान करने में ििम होता है।
6. मानसिक स्वास््य को िमझना
मानसिक बीमारी ककिी को भी
प्रभाववत कर िकती है, प्रत्येक चार
में िे एक लोग को मानसिक बीमारी
होने की िम्भावना होती है
उचचत उपचार और िमर्थन के
िार् लोगों को उनके
जीवन के पुनर्नथमाथण कर िकते हैं.
7. क्यों महत्वपूर्ण है?
45 करोड़ िे भी अधिक लोग मानसिक ववकारों िे ग्रस्त
हैं। वर्ण 2020 तक अविाद (Depression) fo'oभर में
दूिरे िबिे बड़े रोगभार का कारर् होगा।
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िारीररक स्वास््य और मानसिक स्वास््य का तनकट
िंबंि है और यह तनस्िंदेह रूप िे सिद्ि हो चुका है
कक अविाद के कारर् हृदय और रक्तवादहकीय रोग होते
हैं।
8. क्यों महत्वपूर्ण है?
मानसिक अस्वस्र्ता के कारण िामाजजक
िमस्याएं भी उत्पन्न होती हैं जैिे, बेरोजगार,
बबखरे हुए पररवार, गरीबी, नशीले पिार्ों का
िुर्वयथिन और िंबंचित अपराि।
मानसिक ववकार र्वयजतत के स्वास््य-िंबंिी
बताथवों जैिे, िमझिारी िे भोजन करने,
र्नयसमत र्वयायाम, पयाथप्त नींि, िुरक्षित यौन
र्वयवहार, मद्य और िूम्रपान, चचककत्िकीय
उपचारों का पालन करने आदि को प्रभाववत
करते हैं और इि तरह शारीररक रोग के
जोख़िम को बढाते gSA
9. क्यों महत्वपूर्ण है?
भारत में आचिकाररक तौर पर स्वीकृ त मानसिक
स्वास््य नीर्त का अभाव है और प्रर्त 100,000
लोगों में महज़ 0.3 मनोचचककत्िक हैं, fo'oस्वास््य
िंगठन की मेंटल हेल्र् एटलि 2011 कहती है।
डब्लल्यूएचओ के मुताबबक भारत िरकार अपने कु ल
स्वास््य बजट का महज़ 0.06 फीििी मानसिक
स्वास््य पर खचथ करती है।
10. इन कारर्ों िे ददमाग हो जाता है अस्वस्थ
आनुवांसिक कारर्
tUe िे पहले का प्रभाव
जीवन के नकारात्मक अनुभव
ददमाग पर अिर
मनोवैज्ञातनक आघात
पाररवाररक leL;k
45. तनाव (Stress)
मनःजस्र्र्त एवं पररजस्र्र्त के बीच अिंतुलन
एवं अिामंजस्य के कारण तनाव उत्पन्न होता
है। तनाव एक द्वन्ि है, जो मन एवं भावनाओं
में गहरी िरार पैिा करता है। उििे मन
अशान्त, भावना अजस्र्र एवं शरीर अस्वस्र्ता
का अनुभव करते हैं। ऐिी जस्र्र्त में हमारी
कायथिमता प्रभाववत होती है।
61. ऐिे बचें मानसिक तनाव िे
अपनी र्नजी और प्रोफे शनल जजंिगी को अलग-
अलग रखें।
अपने काम, आराम और र्वयायाम में तालमेल
बैठाएं।
अचिक िे अचिक खुश रहने की कोसशश करें और
जीवन की अच्छी घटनाओं को ज्यािा याि रखें।
ऐिा माना जाता है कक कभी-कभी रोने िे भी मन
हल्का होता है। यदि आप बहुत ज्यािा तनाव में हैं
तो खुलकर रोएं।
मानसिक रूप िे स्वस्र् रहने के सलए अपने शौक
और पिंि को भी जजंिा रखें। िप्ताह या महीने में
एकाि बार कहीं न कहीं घूमने जाएं।
62. ऐिे बचें मानसिक तनाव िे
जीवन में हुई घटनाओं को भूलना िीखें, तभी आप
खुश रहेंगी और आगे बढ पाएंगी।
अपनी रचनात्मकता को कोई रूप िें।खेलकू ि,
पेंदटंग, गाडथर्नंग, टूररज्म, म्यूजजक या रीडडंग जैिे
शौक ववकसित करें।
ऑकफि की परेशार्नयों को घर न लाएं और घर
की परेशार्नयों को ऑकफि में भूल जाएं।
अपनी गलती को स्वीकारना िीखें।
हमेशा िकारात्मक िोचने की कोसशश ककया
करें।
63. ऐिे बचें मानसिक तनाव िे
अपना हर दिन का शेडय़ूल बनाएं।
अपने पररवार, िगे-िंबंचियों और िोस्तों के सलए
िमय र्नकालें।
िमय-िमय पर हेल्र् चेकअप कराएं।
लगातार काम के बीच में कु छ समनट अपनी
पिंि की कोई ककताब पढें। इििे भी आपका मूड
फ्रे श होगा।
प्रर्तदिन र्वयायाम, योगा और िैर करें।
64. ऐिे बचें मानसिक तनाव िे
खुि को तरोताजा बनाए रखने के सलएकाम िे कु छ दिनों
का ब्रेक लें। घर-बाहर काम के िौरान र्ोड़ा िूप में टहल
आएं। पैिल चलने िे बेहतर कोई र्वयायाम नहीं है। इििे
आप तरोताजा और ऊजाथवान महिूि करेंगी।
तनाव के कारणों को जानें और उन्हें िूर करने की कोसशश
करें।
िंगीत िुनना भी अच्छा उपाय है।
यदि आपको लगता है कक आपका मानसिक स्वास््य
गड़बड़ हो रहा है तो तुरंत ककिी अच्छे चचककत्िक को
दिखायें।
65. ठीक हो िकते हैं मानसिक ववकार
जब र्वयजतत ककिी मानसिक बीमारी िे ग्रस्त होते हैं
लेककन िमुचचत जानकारी के अभाव में लोग इि ओर
ध्यान नहीं िेते जजििे िमस्या गंभीर रूप िारण कर
लेती है।
मानसिक बीमारी होने का कारण दिमाग में 'के समकल
इंबैलेंि' होना हैं । इिे िंबंचित र्वयजतत की आित
िमझकर लोग नजरअंिाज कर िेते है जबकक कु छ
लोग मानसिक बीमारी को पागलपन िमझ बैठते हैं ।
66. ekufld chekjh ls jksdFkkeds mik;
ekufldLokLF; vLirky esa ejht dks fn[kkuk
euksfpfDrldls okrkZyki
ekufldfFkjsih / PSYCHOTHERAPY
fu;fer :i ls nokbZ;ksa dk lsou
;ksxk rFkknSfudfdz;kdyki
fldkbZ / E.C.T.
73. स्वस्थ मनोववकाि के सलए अभ्याि और प्रकिया
:
आवेगों को वश में रखने का अभ्याि करना
छोटी मोटी घटनाओं िे अपने को र्वयचर्त न होने
िेना
र्वयर्थ की चचंताओं िे छु टकारा पाने के सलए भय पर
ववजय पाना
वास्तववकता का आवश्यक दृढता िे िामना करना,
74. स्वस्थ मनोववकाि के सलए अभ्याि और प्रकिया
जीवन के प्रर्त रुचच और आस्र्ा का भाव उत्पन्न
करना
अपनी िामथ्र्य पर ववश्वाि रख स्वावलंबी बनना
िूिरे के ववचारों का आिर करना
अपने ववचारों का र्वयवजस्र्त रूप िे र्नयमन तर्ा
र्नयंत्रण करने का अभ्याि करना और उनको ककिी
कल्याणकारी लक्ष्य की ओर प्रेररत करना,
75. स्वस्थ मनोववकाि के सलए अभ्याि और प्रकिया
जीवन के प्रर्त वास्तववकतापूणथ िाशथर्नक दृजटटकोण
अपनाकर िुख िुख में िमत्व बुद्चि द्वारा अपने
जीवन को िुखी और िंतुटट बनाना
ववनोिशील प्रवृवि द्वारा जीवन की कठोरता और
र्वयग्रकारी िमस्याओं को िूर करना तर्ा
चचि को एकाग्र कर अपने कायथ में रुचच, उत्िाह और
तल्लीनता उत्पन्न करना।
76. मानसिक बीमारी कोई असभिाप नहीं है।
इिको तिपाए नहीं। कोई भी व्यस्क्त इििे
ग्रसित हो िकता है। कृ पया गलत
अन्िवविवाि में न पड़कर नजदीकी
मानसिक धचकत्िालय अथवा स्जला
अस्पताल में मरीज़ को ददखाएँ। मानसिक
बीमार के िाथ प्यार, स्नेह, िम्मान और
अपनेपन का व्यव्हार करें.